balyavastha ki visheshtayen : बाल्यावस्था की क्या विशेषताएं है? बाल्यावस्था को किन किन नामों से जाना जाता है? छद्म/ मिथ्या परिपक्वता का काल किसे कहते है? खेल की आयु किसे कहते है? आदि प्रश्नों का उत्तर इस पोस्ट में दिया गया है |
Contents
बाल्यावस्था की विशेषताएँ – balyavastha ki visheshtayen
- जीवन का अनोखा काल (Unique Period of Life)(कॉल एवं बुश ने कहा)
- जीवन का निर्माणकारी काल (Preparatory period of Life) (सिगमण्ड फ्रायड ने कहा)
- प्रतिद्वन्द्वात्मक समाजीकरण का काल (Period of Competitive Socialization) (किलपैट्रिक ने कहा)
- सर्वाधिक सामाजिक विकास
- छद्म/ मिथ्या परिपक्वता (Pseudo Maturity) का काल (रॉस ने कहा)
- वैचारिक अवस्था का काल
- शिक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण काल
- यथार्थवादी दृष्टिकोण
- नेता बनने की इच्छा।
- समलिंगीय (Homosexual)/ मित्रता (Friendship)/
- समूह भावना (Group, spirit)।
- अर्थभेद (Difference of meaning), लिंगभेद (Gender discrimination) व जाति भेद (Caste Difference) की भावना
- खेल की आयु (Game Age)
- समूह/ दल/ टोली (Gang Age) की आयु
- प्रारम्भिक विद्यालय की आयु (Elementary SchoolAge)
- सारस अवस्था (उत्तर बाल्यावस्था)
- चुस्ती की आयु (SmartAge) (उत्तर बाल्यावस्था)
- गंदी आयु (Dirty Age)
- भाषा विकास की तीव्र गति अवस्था
- मूल दुश्चिंता की अवस्था-केरेन हार्नी
- बिना कामके भ्रमण (घूमने/ निरुद्देश्य भ्रमण) की प्रवृत्ति-बर्ट
- बहिर्मुखी स्वभाव
- संग्रह करने की प्रवृत्ति/ संचय करने की प्रवृत्ति
- नैतिक गुणों का विकास (Development of Morality)
- कल्पनाशक्ति एवं अमूर्त चिंतन के प्रारम्भ का काल
- शारीरिक व मानसिक विकास में स्थिरता
- रचनात्मक कार्यों में आनन्द अर्थात् बालक में सृजनशीलता के गुण पाये जाते हैं।
- नये कौशलों एवं क्षमताओं का विकास, वृद्धि का स्वर्णिम काल (उत्तर बाल्यावस्था
- रूचियों में परिवर्तन (Change of Interest)-कॉल एवं ब्रुश
- मूर्त/ प्रत्यक्ष चिन्तन (Concrete thinking) की अवस्था।
- बाल्यावस्था में बालक में सबसे कम कामुकता पायी जाती है एवं बालर्क भयमक्ता रहता है।
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