पक्ष हिंदी व्याकरण ( Paksh in hindi grammar ) : हिंदी व्याकरण की इस महत्वपूर्ण पोस्ट में hindi grammar के महत्वपूर्ण टॉपिक पक्ष के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई है, Paksh in hindi grammar का यह टॉपिक परीक्षा की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण टॉपिक है, इस पोस्ट में पक्ष हिंदी व्याकरण को उदाहरण सहित बहुत ही विस्तार पूर्वक समझाया गया है| राजस्थान के वे सभी अभ्यर्थी जो विभिन्न भर्ती परीक्षा REET PRE, REET MAINS, RAS, SI, 1st grade, 2nd grade, PATWARI, VDO, LDC आदि भर्ती परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है उन सभी अभ्यर्थियों को इस पोस्ट का एक बार अवश्य रूप से गहन अध्ययन कर लेना चाहिए |
Contents
पक्ष की परिभाषा और उदाहरण
परिभाषा :- निश्चित काल अवधि में क्रिया को होते देखना पक्ष कहलाता है। कोई भी क्रिया किसी समय-सीमा के बीच पूर्ण अथवा पूर्ण होती है। पक्ष, क्रिया की इसी पूर्णता, अपूर्णता, निरंतरता अथवा आवृत्ति को व्यक्त करता है।
जैसे :-
1. मेरा भाई अध्यापक है|
2. राधा ने खाना बना लिया|
3. हम खेल रहे है|
4. मोहन पढ़ता है|
पक्ष के प्रकार : चार प्रकार होते है
- नित्य अपूर्ण पक्ष
- पूर्ण पक्ष
- निरंतरता पक्ष
- आवृत्तिमूलक पक्ष
नित्य अपूर्ण पक्ष की परिभाषा और उदाहरण
परिभाषा :- इसे व्यक्त करने के लिए ‘ है’ का प्रयोग किया जाता है।
जैसे :-
1. मेरा भाई डॉक्टर है।
2. मेरा भाई अध्यापक है|
पूर्ण पक्ष की परिभाषा और उदाहरण
परिभाषा :- यह कार्य के पूरा हो जाने का बोध कराता है।
जैसे :-
1. मैंने पत्र पढ़ा।
2. माँ ने खाना बना लिया।
3. राम ने खाना कहा लिया|
4. परमवीर ने पाढ़ पढ़ लिया|
निरंतरता पक्ष की परिभाषा और उदाहरण
परिभाषा :- यह उस समय का बोध कराता है जब क्रिया हो रही हो।
जैसे :-
1. हम लिख रहे हैं।
2. राम वन जा रहे थे।
3. हम गा रहे है|
4. हम पढ़ रहे है|
विशेष :- ‘ रह ‘ धातु निरंतरता की सूचक है।
आवृत्तिमूलक पक्ष की परिभाषा और उदाहरण
परिभाषा :- यह किसी क्रिया के बार-बार होने की सूचना देता है।
जैसे :-
1. जीवित मनुष्य का हृदय धड़कता है।
2. सूर्य पूर्व दिशा में निकलता है।
विशेष :- ‘ ता ’ आवृत्तिमूलक पक्ष का सूचक है।
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FAQ
उत्तर :- निश्चित काल अवधि में क्रिया को होते देखना पक्ष कहलाता है। कोई भी क्रिया किसी समय-सीमा के बीच पूर्ण अथवा पूर्ण होती है। पक्ष, क्रिया की इसी पूर्णता, अपूर्णता, निरंतरता अथवा आवृत्ति को व्यक्त करता है। जैसे :-
1. मेरा भाई अध्यापक है|
2. राधा ने खाना बना लिया|
उत्तर :- पक्ष चार प्रकार होते है
1. नित्य अपूर्ण पक्ष
2. पूर्ण पक्ष
3. निरंतरता पक्ष
4. आवृत्तिमूलक पक्ष
उत्तर :- इसे व्यक्त करने के लिए ‘ है’ का प्रयोग किया जाता है। जैसे :-
1. मेरा भाई डॉक्टर है।
2. मेरा भाई अध्यापक है|
उत्तर :- यह कार्य के पूरा हो जाने का बोध कराता है। जैसे :-
1. मैंने पत्र पढ़ा।
2. माँ ने खाना बना लिया।
उत्तर :- यह उस समय का बोध कराता है जब क्रिया हो रही हो। जैसे :-
1. हम लिख रहे हैं।
2. राम वन जा रहे थे।
उत्तर :- यह किसी क्रिया के बार-बार होने की सूचना देता है। जैसे :-
1. जीवित मनुष्य का हृदय धड़कता है।
2. सूर्य पूर्व दिशा में निकलता है।