वाक्य शुद्धि के नियम और उदाहरण ( vaaky shuddhi ) : जिस प्रकार हम शब्दों के शुद्ध प्रयोग हेतु सावधानी रखते है ठीक उसी प्रकार वाक्य प्रयोग के समय भी उतना ही सावधान रहना जरूरी होता है। वाक्य प्रयोग में कई बार असावधानी या अज्ञानतावश कुछ त्रुटियाँ हो जाती हैं। ये त्रुटियाँ विशेष रूप से शब्दों के अनावश्यक या अनुपयुक्त प्रयोग, लिंग, वचन, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण आदि के अनुपयुक्त प्रयोग आदि के कारण होती हैं। अत: वाक्य रचना में इन त्रुटियों
से बचना चाहिए। वाक्य में त्रुटि होने के कई कारण हो सकते हैं।
हिंदी व्याकरण की इस पोस्ट में वाक्य शुद्धि हिंदी व्याकरण को उदाहरण सहित बहुत ही विस्तार पूर्वक समझाया गया है| राजस्थान के वे सभी अभ्यर्थी जो विभिन्न भर्ती परीक्षा REET PRE, REET MAINS, RAS, SI, 1st grade, 2nd grade, PATWARI, VDO, LDC आदि भर्ती परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है उन सभी अभ्यर्थियों को इस पोस्ट का एक बार अवश्य रूप से गहन अध्ययन कर लेना चाहिए |
Contents
वाक्य शुद्धि की परिभाषा
परिभाषा :- शब्द शुद्धि के साथ वाक्य शुद्धि का भी भाषा में महत्वपूर्ण स्थान होता है|वाक्य में अनावश्यक शब्द प्रयोग से, अनुपयुक्त शब्द के प्रयुक्त होने से, सही कर्म या अन्विति न होने से, लिंग, वचन, कारक का सही प्रयोग नही होने से, सही सर्वनाम एंव क्रिया का प्रयोग न होने से वाक्य अशुद्ध हो जाता है| जो अर्थ के साथ भाषा सौन्दर्य को हानि पहुँचाता है|
वाक्य शुद्धि के नियम और उदाहरण
अनावश्यक शब्द प्रयोग
कई बार वाक्य रचना करते समय हम अनावश्यक शब्द का प्रयोग कर लेते है| यहाँ एक ही अर्थ को दर्शाने वाले शब्दों का दोहराव विशेष रूप से दिखाई पड़ता है|अत: वाक्य रचना में हमे इस प्रकार के अनावश्यक शब्दों के प्रयोग से बचना चाहिए|
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
उसे लगभग शत प्रतिशत अंक मिले। | उसे शत प्रतिशत अंक मिले। |
मैं सायंकाल के समय घूमने जाता हूँ। | मैं सायंकाल घूमने जाता हूँ। |
सारी दुनिया भर में यह बात फैल गई। | दुनिया भर में यह बात फैल गई। |
वह विलाप करके रोने लगी। | वह विलाप करने लगी। |
विंध्याचल पर्वत बहुत प्राचीन है। | विंध्याचल बहुत प्राचीन है। |
किसी और दूसरे से परामर्श लीजिए। | किसी और परामर्श लीजिए। |
वह सबसे सुन्दरतम कमीज है। | वह सबसे सुन्दर कमीज है। |
शायद वह जरूर जाएगा। | वह जरूर जाएगा। |
देश की वर्तमान मौजूदा हालत ठीक नहीं है। | देश की वर्तमान हालत ठीक नहीं है। |
सप्रमाण सहित स्पष्ट कीजिए। | सप्रमाण स्पष्ट कीजिए। |
ठंडा बर्फ लाओ | | बर्फ लाओ। |
दासता युक्त गुलामी का का जीवन ठीक नहीं | | दासता युक्त जीवन ठीक नहीं। |
अनुपयुक्त शब्द प्रयोग
वाक्य में अनुपयुक्त शब्द प्रयोग भी अशुद्धि ला देता है| अत: हम किस प्रसंग में क्या लिखा रहे है|यह ध्यान में रखते हुए शब्द चयन करना चाहिए |
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
उसने हाथी पर काठी बाँध दी| | उसने हाथी पर हौदा रख दिया। |
सेना ने विख्यात आतंकवादी मार गिराया। | सेना ने कुख्यात आतंकवादी मार गिराया। |
इस सौभाग्यवती कन्या को आशीर्वाद दें। | इस सौभाग्याकांक्षिणी कन्या को आशीर्वाद दें। |
गोलियों की बाढ़ के समक्ष कोई टिक न सका| | गोलियों की बौछार के समक्ष कोई टिक न सका। |
तुलसी ने मानस की रचना लिखी है। | तुलसी ने मानस की रचना की है। |
वह कड़ाही बुनाई जानती है। | वह कढ़ाई-बुनाई जानती है। |
शास्त्रीजी की मृत्यु से हमें बड़ा खेद हुआ। | शास्त्री जी के निधन से हमें बड़ा दुःख हुआ। |
हमें चरखा कातना चाहिए। | हमें चरखा चलाना चाहिए। |
आगामी घटनाओं को कौन जान सकता है। | भावी घटनाओं को कौन जान सकता है। |
तलवार एक उपयोगी अस्त्र है। | तलवार एक उपयोगी शस्त्र है। |
बेरोजगारी की पीड़ा तलवार की नोक पर चलने के समान कष्टदायी है| | बेरोजगारी की पीड़ा तलवार की धार पर चलने के समान कष्टदायी है| |
सर्वनाम संबंधी
सर्वनाम शब्दों के अशुद्ध प्रयोग से भी वाक्य में अशुद्धि हो जाती है|
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
मैंने कल जयपुर जाना है। | मुझे कल जयपुर जाना है। |
कोई डॉक्टर को बुला दो। | किसी डॉक्टर को बुला दो। |
दूध में कौन गिर गया। | दूध में क्या गिर गया। |
दरवाजे पर क्या खड़ा है? | दरवाजे पर कौन खड़ा है? |
जो भी हो, लौट आए। | जो भी गया हो, लौट आए। |
मैं आपकी प्रतीक्षा ही कर रहा था, और तुम आ गए। | मैं आपकी प्रतीक्षा ही कर रहा था। और आप आ गए। |
हमको सबको फिल्म देखने जाना है। | हम सबको फिल्म देखने जाना है। |
तेरा उत्तर मुझसे अच्छा है। | आपका उत्तर मेरे उत्तर से अच्छा है। |
मेरे को एक पेंसिल चाहिए। | मुझे एक पैंसिल चाहिए। |
वह रेडियो पर बोल रहे थे। | वे रेडियो पर बोल रहे थे। |
उसने काम पूरा कर चुका है। | वह काम पूरा कर चुका है। |
मैं रमेश को नहीं मारा हूँ। | मैंने रमेश को नहीं मारा है। |
विशेषण सम्बन्धी
विशेषण शब्दों का अनुपयुक्त या अपूर्ण प्रयोग भी वाक्य में अशुद्धि ला देता है अतः वाक्य रचना में विशेषण शब्द प्रयुक्त करते समय भी विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता होती है।
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
यह सबसे सुन्दरतम कमीज है। | यह सुन्दरतम कमीज है। |
वे एक अच्छे डॉक्टर हैं। | वे अच्छे डॉक्टर हैं। |
धोबी ने अच्छे कपड़े धोए। | धोबी ने कपड़े अच्छे धोए। |
भक्तिकालीन समय स्वर्ण युग कहलाता है। | भक्तिकाल स्वर्ण युग कहलाता है। |
यह तो विचित्र अदभुत विषय है| | यह तो विचित्र विषय है| |
यहाँ पठित लोग रहते है| | यहाँ शिक्षित लोग रहते है| |
किसी और दुसरे व्यक्ति से मिलिए | | किसी और से मिलिए| |
क्रिया सम्बन्धी
क्रिया के सही रूप का वाक्य में प्रयोग न होने पर भी वाक्य रचना में दोष आ जाता है, अत: वाक्य रचना के समय इनके चयन में भी विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता होती है|
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
अब हम भोजन खायेंगे| | अब हम भोजन करेंगे| |
घोड़ा – घोड़ा चलते चलते डट गया| | घोड़ा – घोड़ा चलते अड़ गया| |
अब और स्पष्टीकरण करने की आवश्यकता नही है| | अब और स्पष्टीकरण की आवश्यकता नही है| |
अब वह वापस लौट चुका होगा| | अब वह लौट चुका होगा| |
उसकी आँख से आँसू बह रहा है| | उसकी आँख se आँसू बह रहे है| |
इस कक्ष के भीतर प्रवेश करना निषेध है| | इस कक्ष में प्रवेश निषेध है| |
राम ने संकल्प लिया| | राम ने संकल्प किया| |
बच्चा खाना और दूध पीकर सो गया| | बच्चा खाना खाकर और दूध पीकर सो गया| |
उसने मुझे दस हजार रुपया दिया| | उसने मुझे दस हजार रुपये दिये| |
आगामी रविवार को वह जयपुर गया था| | आगामी रविवार को वह जयपुर जाएगा| |
लिंग सम्बन्धी
वाक्य में प्रयुक्त शब्दानुरूप लिंग का प्रयोग करने पर ही वाक्य रचना शुद्ध हो पाती है|अत: लिंग सूचक शब्दों का प्रयोग वाक्य में संज्ञा – सर्वनाम आदि के अनुरूप करना चाहिए, ऐसा करके हम त्रुटी से बच सकते है|
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
मीरा भक्त कवि थी| | मीरा भक्त कवयित्री थी| |
शहद बहुत मीठी है| | शहद बहुत मीठा है| |
उस हतभागिनी का पति मर गया| | उस हत्भाग्याका पति मर गया| |
रमा मेरी पड़ोसी है| | रमा मेरी पड़ोसिन है| |
महादेवी विद्वान् कवयित्री थी| | महादेवी विदुषी कवयित्री थी| |
सलोनी एक बुद्धिमान बालिका है| | सलोनी एक बुद्धिमती बालिका है| |
ब्रह्मपुत्र भारत में बहता है| | ब्रह्मपुत्र भारत में बहती है| |
रनों की औसत अच्छी है| | रनों का औसत अच्छी है| |
हवामहल की सौन्दर्य अनुपम है| | हवामहल का सौन्दर्य अनुपम है| |
मेरे मित्र की पत्नी विद्वान् है| | मेरे मित्र की पत्नी विदुषी है| |
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