पावलाव के क्लासिकल अनुबंधन सिद्धांत की मुख्य शब्दावली : विलोप क्या है? संबद्ध प्रतिक्रिया या संबद्ध सहज क्रिया किसे कहते है? सामान्यीकरण क्या है? उद्दीपन क्या है? पुनरावृति किसे कहते है? आदि प्रश्नों के उत्तर इस पोस्ट में मिलेंगे |
Contents
क्लासिकल अनुबंधन सिद्धांत की मुख्य शब्दावली
विलोप किसे कहते है?
अनुबंधन स्थापित होने के बाद यदि बार-बार मात्र अनुबंधित उद्दीपक ही उपस्थित किए जाने पर अन्ततोगत्वा अनुबंधित अनुक्रिया का बंद हो जाना विलोप कहलाता है |
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संबद्ध प्रतिक्रिया या संबद्ध सहज क्रिया किसे कहते है?
अस्वाभाविक या कृत्रिम उत्तेजक के कारण स्वाभाविक या प्राकृतिक उत्तेजक के समान हुई प्रतिक्रिया को संबद्ध सहज क्रिया कहते हैं।
समय कारक
उचित अनुबंधन के लिए 5 सेकण्ड़ से अधिक समय दोनों उत्तेजको के बीच नहीं होना चाहिए। अर्थात् स्वाभाविक उत्तेजक एवं अस्वाभाविक उत्तेजक का समय अंतराल 5 सेकण्डके आस-पास हो तथा साथ-ही-साथ इन दोनों की पुनरावृति कई प्रयास तक हो।
सहकालिक अनुबंधन
जब अनुबंधित तथा अनानुबंधित उद्दीपक साथ-साथ प्रस्तुत किये जाते हैं, तो इसे सहकालिक अनुबंधन कहा जाता है।
अनुकूलित अनुक्रिया
जो क्रिया (लार का गिरना) स्वाभाविक उद्दीपक (भोजन) के प्रति हो रही थी, वही क्रिया अस्वाभाविक उद्दीपक (घंटी) के प्रति होने लगी। इसी को हम अनुकूलित अनुक्रिया कहते हैं।
सामान्यीकरण
समान उद्दीपकों के प्रति समान अनुक्रिया करने को अर्थात् मूल उद्दीपक से मिलते-जुलते अन्य उद्दीपकों के प्रति भी इसी प्रकार अनुक्रिया करना सामान्यीकरण कहलाता है।
उदाहरण :- जब माँ घर में नहीं होती है, तो भी बच्चा मिठाई वाले जार को खोज लेता है। यह एक अधिगम क्रियाप्रसूत है। अब मिठाई एक अन्य जार में रख दी गई, जो एक भिन्न आकार तथा पहले जार से कुछ मिलता-जुलता है और रसोई में दूसरी जगह रखा हुआ है, तो माँ की अनुपस्थिति में भी बच्चा जार को ढूँढ लेता है और मिठाई प्राप्त कर लेता है, यही सामान्यीकरण है।
विभेद
विभेद की प्रक्रिया सामान्यीकरण के ठीक विपरीत होती है। दो समान कृत्रिम उद्दीपक में भी कुछ भिन्नता होती है। उसके आधार पर विभेद करना चाहिए।
पुनरावृत्ति | Repetition
बिना सोचे-समझे किया गया कार्य जो बार-बार किया जाता है, पुनरावृत्ति कहलाता है।
उदाहरण :- सब कर रहे हैं, इसलिए हम भी कर रहे है। बिल्ली के रास्ता काटने से अशुभ समाचार मिलना या कार्य का पूरा न होना।तो हम आज भी इसी बात को मानकर बिल्ली के रास्ता काटने पर कुछ समय के लिए रूक जाते है।
अभ्यास | Exercise
सोच-समझकर की जाने वाली पुनरावृत्ति अभ्यास कहलाता है।
उद्दीपन | Stimulus
उद्दीपक को देखकर मन में होने वाली हलचल या क्रिया उद्दीपन कहलाती है।
स्वतः परिवर्तित
विलोपन के कुछ अंतराल के पश्चात् यदि घण्टी बिना भोजन के बजाई जाती है, तो कुत्ता केवल कुछ प्रयास तक फिर से लार गिरायेगा, विलोपन के बाद अनुबंधित अनुक्रिया की इस स्थिति को स्वतः परिवर्तित कहते हैं।
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FAQ
Ans. अनुबंधन स्थापित होने के बाद यदि बार-बार मात्र अनुबंधित उद्दीपक ही उपस्थित किए जाने पर अन्ततोगत्वा अनुबंधित अनुक्रिया का बंद हो जाना विलोप कहलाता है |
Ans. अस्वाभाविक या कृत्रिम उत्तेजक के कारण स्वाभाविक या प्राकृतिक उत्तेजक के समान हुई प्रतिक्रिया को संबद्ध सहज क्रिया कहते हैं।
Ans. जब अनुबंधित तथा अनानुबंधित उद्दीपक साथ-साथ प्रस्तुत किये जाते हैं, तो इसे सहकालिक अनुबंधन कहा जाता है।
Ans. जो क्रिया (लार का गिरना) स्वाभाविक उद्दीपक (भोजन) के प्रति हो रही थी, वही क्रिया अस्वाभाविक उद्दीपक (घंटी) के प्रति होने लगी। इसी को हम अनुकूलित अनुक्रिया कहते हैं।
Ans. उद्दीपक को देखकर मन में होने वाली हलचल या क्रिया उद्दीपन कहलाती है।